सृजन - परंपरा गीत की
राष्ट्र-स्तरीय प्रज्ञा सम्मान
एक परिचय - सृजन श्री अलंकरण
04 जून 2020 को सुमधुर कण्ठ के धनी अदव की नगरी लखनऊ में जन्मे देश के सुप्रशिद्ध गीतकार देवल आशीष की पुण्य-तिथि से प्रारम्भ
प्रज्ञा हिंदी सेवार्थ संस्थान ट्रस्ट, फ़िरोज़ाबाद द्वारा आयोजित सृजन- परम्परा गीत की
सुमधुर कवि स्व० श्री मथुरा प्रसाद “मानव” की स्मृति में दिए जाने वाले गीत विधा को समर्पित “सृजन श्री अलंकरण” सम्मान हेतु आयोजित गीत सृजन प्रतियोगिता का शुभारंभ नये रूप में किया जा रहा है जोकि निम्न वत है।
'सृजन- परम्परा गीत की' के लिए आवश्यक नियम व शर्तें
प्रतियोगिता तीन चरणों मे पूर्ण होगी।
प्रथम चरण
(१) प्रतिवर्ष प्रतियोगिता का प्रारंभ प्रारम्भ जून माह से होगा।
(२) गीत सृजन हेतु प्रत्येक माह की 1 तारीख को एक विषय/चित्र/ऑडियो/वीडियो आदि दिया जायेगा, जिसे आधार बनाकर उसी माह की २० तारीख तक उक्त विषय पर रचना प्रेषित करनी होगी। रचनाओं में केवल गीत ही स्वीकार्य होंगें।
(३) २१ तारीख से प्राप्त रचनाओं का मूल्यांकन प्रारम्भ होगा जिसका परिणाम, माह की अंतिम तारीख को ट्रस्ट की वेबसाइट एवं फेसबुक पेज पर घोषित किया जाएगा, जिसमें गत माह के श्रेष्ठ तीन रचनाकारों के नाम की घोषणा की जाएगी।
(४) प्रथम चरण १० माह ( मार्च ) तक चलेगा।
(५) किसी एक माह में विजेता रहे रचनाकार अब केवल द्वितीय चरण में प्रतिभाग कर सकेंगे।
द्वितीय चरण
(1) द्वितीय चरण अप्रैल माह में आयोजित होगा, जिसमें पिछले १० माह के विजेता ही प्रतिभाग कर सकेंगे।
(2) द्वितीय चरण में १० रचनाकार चयनित किये जायेंगे जो कि तृतीय चरण में प्रतिभाग कर सकेंगे।
(3) निर्णायकों की विशेष संस्तुति पर द्वितीय चरण के विजेताओं की संख्या अधिकतम 11 रखी जा सकती है
तृतीय चरण
(1) यह प्रतियोगिता का अंतिम चरण है, जिसमें द्वितीय चरण के विजेता रहे प्रतिभागी ही प्रतिभाग कर सकेंगे।
(2) इस चरण में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेता का चयन किया जायेगा, जिसमें प्रथम स्थान प्राप्त रचनाकार को ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय प्रज्ञा हिंदी सम्मान समारोह में रु ११०००/- की धनराशि एवं सृजन श्री अलंकरण प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।
(3) द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे रचनाकारों को उप विजेता के रूप में ₹1100/- -1100/- की धनराशि एवं उप विजेता पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
(4) तृतीय चरण के शेष सभी रचनाकारों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।
विशेष
1. ‘सृजन श्री अलंकरण’ प्राप्त रचनाकार पुनः इसी प्रतियोगिता में प्रतिभाग नहीं कर सकेगा।
2. प्रतियोगिता में किसी भी प्रकार का आयु बंधन नहीं है।
3. प्रतियोगिता में दिए गए विषय पर केवल परंपरागत गीत अथवा नवगीत ही स्वीकार्य होगा।
4. एक रचनाकार द्वारा दिए गए विषय पर केवल एक ही गीत स्वीकार किया जाएगा।
5. गीत प्रेषित करते समय अपना नाम,पता तथा मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से लिखें।
6. प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टि केवल ट्रस्ट के ईमेल पर ही स्वीकार्य होगी
प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टि भेजने का पता
सृजन श्री अलंकरण हेतु अपनी प्रविष्टियां हमें इस पते पर ई -मेल करें :
अधिक जानकारी हेतु संपर्क करें
प्रतियोगिता संयोजक (ट्रस्ट सह सचिव ) – ऋतेश मुकेश “सुमन” (8273297695)
प्रतियोगिता प्रभारी (ट्रस्ट उपाध्यक्ष) – प्रवीण कुमार पाण्डेय ‘प्रज्ञार्थू’ (8218725186)
साहित्य संयोजक – कु. राघवेन्द्र पाल सिंह जादौन (9897807132)
व्यवस्था प्रमुख – आकाश यादव (8791937688)
ट्रस्ट अध्यक्ष- अभिषेक मित्तल ‘क्रांति’ (8193950555)
ट्रस्ट सचिव – गौरव “गाफिल” (9412500858)
प्रबंधक/सचिव – कृष्ण कुमार “कनक” (7017646795)
अवश्य जानें
सृजन - परंपरा गीत की प्रतियोगिता परिणाम
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